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फड़के स्टूडियो

शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध फड़के आर्ट स्टूडियो धार नगर में माण्डव रोड़ पर शासकीय भोज चिकित्सालय के नजदीक खांडेराव टेकरी पर स्थित है । इसकी स्थापना पद्मश्री से सम्मानित श्री रघुनाथ कृष्ण फड़के द्वारा की गयी थी । श्री फड़के धार महाराज के बुलावे पर कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुंबई से धार आये थे । उनके द्वारा सन् 1933 में यह आर्ट स्टूडियो स्थापित किया गया था जिसमें उनकी शिल्पकला को संगृहीत किया गया है । श्री फड़के द्वारा अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों – गाँधीजी, जवाहरलाल नेहरु, बाल गंगाधर तिलक, राजा राममोहन राय आदि की अत्यंत ही जीवंत प्रतिमाएँ बनाई गयी थी । इसके अतिरिक्त राजा-महाराजाओं, रानियों, स्थानीय संतों की अत्यंत सुंदर प्रतिमाएँ उकेरी गयी थी । उनकी प्रतिमाएँ धार, देवास, इंदौर, उज्जैन, मुंबई आदि स्थानों पर लगायी गयी हैं । फड़के स्टूडियो में श्री फड़के की मूल कलाकृतियाँ एवं भारतवर्ष में विभिन्न स्थलों पर स्थापित उनकी कलाकृतियों के प्रतिरूप मौजूद हैं । श्री फड़के को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 1961 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया । सन् 1971 में उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गयी । सन् 1972 में श्री फड़के के देहावसान उपरांत आज भी उनकी कलाकृतियाँ फड़के स्टूडियो में जीवित है । जिला प्रशासन द्वारा हाल ही में इस सुप्रसिद्ध शिल्पकला संग्रहालय का जीर्णोद्धार सीएसआर द्वारा करवाया गया है ।

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